भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा आज होटल स्वर्ण इन, मुज़फ्फरनगर में इंडस्ट्री मीट एवं “मानक मंथन” जागरूकता सत्र का सफल आयोजन किया गया। यह सत्र आईएस 14650:2023 – री-रोलिंग हेतु बिना मिश्रित एवं मिश्रित इनगट और अर्ध-निर्मित उत्पादों तथा हाल ही में अधिसूचित गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (QCO), जो विभिन्न इस्पात उत्पादों पर लागू होता है, पर केंद्रित था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, श्री कपिल देव अग्रवाल, माननीय मंत्री, व्यावसायिक प्रशिक्षण एवं कौशल विकास, उत्तर प्रदेश सरकार ने भारतीय उद्योगों की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने हेतु गुणवत्ता एवं नियामक अनुपालन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने भारतीय उत्पादों की वैश्विक बाजार में स्वीकार्यता बढ़ाने हेतु बीआईएस प्रमाणित उत्पादों के उपयोग पर बल दिया।
विशेष अतिथि, श्रीमती मीना कुमारी स्वरूप, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, मुज़फ्फरनगर ने बीआईएस द्वारा स्थानीय उद्योगों को जोड़ने और अनिवार्य गुणवत्ता आवश्यकताओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की।
इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय इस्पात निर्माता, री-रोलिंग मिल संचालक, और इनगट, बार, चैनल, फ्लैट्स, एंगल आदि अर्ध-निर्मित और तैयार इस्पात उत्पादों से जुड़े विभिन्न हितधारकों ने भाग लिया।
श्री सौरभ तिवारी, निदेशक एवं प्रमुख, बीआईएस देहरादून शाखा कार्यालय ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सत्र के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रारूप भारतीय मानकों पर सुझाव एवं टिप्पणियाँ देने के महत्व को रेखांकित किया, साथ ही प्रभावी कार्यान्वयन रणनीतियों और उद्योग स्तर पर गुणवत्ता आश्वासन एवं नियामक श्रेष्ठ प्रथाओं पर संवाद को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई।
बीआईएस की उप-निदेशक श्रीमती विदिशा द्वारा आईएस 14650:2023 के दायरे, आवश्यकताओं पर एक विस्तृत तकनीकी प्रस्तुति दी गई, जिसके बाद एक इंटरएक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित हुआ।
संयुक्त निदेशक श्री सचिन चौधरी ने QCO के कार्यान्वयन की प्रक्रिया एवं भारतीय इस्पात उद्योग को इससे होने वाले लाभों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
यह कार्यक्रम ज्ञान-विनिमय एवं उद्योग सहभागिता के लिए एक प्रभावी मंच बना, जिसने भारतीय मानक ब्यूरो की गुणवत्ता एवं अनुपालन को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।