भारत ने वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट मैच में पारी और 140 रनों से हरा दिया है। अहमदाबाद में हुए इस मैच में भारत ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में शानदार प्रदर्शन किया। रवींद्र जडेजा ने टीम इंडिया के लिए दमदार ऑलराउंडर प्रदर्शन किया। भारत ने इस जीत के साथ दो मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।
भारत ने दिन के खेल की शुरुआत से पहले अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 448 रन पर घोषित की थी और 286 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। वेस्टइंडीज की टीम शनिवार को पूरे दो सत्र भी बल्लेबाजी नहीं कर सकी और उसकी दूसरी पारी 146 रन पर ऑलआउट हो गई।
भारत के लिए रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज ने शानदार गेंदबाजी की और चायकाल से पहले ही वेस्टइंडीज की पारी ढेर कर दी। दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज में यह 17वीं बार है जब कोई टीम पारी के अंतर से जीती है।
इसमें से 20वीं सदी में वेस्टइंडीज ने नौ बार जीत दर्ज की है, जबकि 21वीं सदी में भारत ने सभी आठ मैच जीते हैं। यानी भारत ने वेस्टइंडीज को आठवीं बार पारी के अंतर से हराया है। वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी दोनों ही पारी में काफी खराब रही है। पिछली 15 पारियों को देखें तो वेस्टइंडीज सिर्फ दो बार 200 रन का आंकड़ा पार कर पाया है और इस दौरान उसका सर्वोच्च टोटल 253 का रहा है।
भारत ने केएल राहुल, ध्रुव जुरेल और जडेजा के शतकों से पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा किया था और बढ़त लेने में सफल रही थी। गिल और राहुल ने दूसरे दिन बल्लेबाजी की शुरुआत की थी। शुभमन गिल ने जहां अर्धशतक लगाया, वहीं राहुल ने पहले सत्र में शतक पूरा किया था। राहुल 197 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 100 रन बनाकर आउट हुए।
राहुल और गिल के पवेलियन लौटने के बाद जुरेल और जडेजा ने भारतीय पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को जमकर परेशान किया। इस दौरान जुरेल के बल्ले से करियर का पहला टेस्ट शतक निकला। जुरेल 210 गेंदों पर 15 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 125 रन बनाकर आउट हुए। जुरेल के आउट होने के बाद जडेजा ने भी गियर बदला और तेजी से खेलते हुए अपने टेस्ट करियर का छठा शतक पूरा किया। जडेजा अंत तक क्रीज पर टिके रहे और दूसरे दिन नाबाद रहकर पवेलियन लौटे थे। जडेजा ने 176 गेंदों पर छह चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 104 रन बनाए।